देशभक्ति और सदाबहार गानों के साथ हमारे हृदय में सदैव अमर रहेंगी स्वर कोकिला लता मंगेशकर – अभिषेक सक्सैना
देशभक्ति और सदाबहार गानों के साथ हमारे हृदय में सदैव अमर रहेंगी स्वर कोकिला लता मंगेशकर – अभिषेक सक्सैना
विशेष संवाददाता : उत्तर प्रदेश – अलीगढ़
06 फरवरी 2022 : एक्टर अभिषेक सक्सैना, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश द्धारा जारी भावुक प्रेस नोट –
सुबह – सुबह हिंदी सिनेमा और म्यूजिक जगत को स्तब्ध करने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है जिसे सुनकर स्तब्ध हो चुका हूँ, वंदे मातरम्, ऐसा देश है मेरा, लग जा गले, एक प्यार का नगमा है, जिन्दगी की ना टूटे लड़ी, ऐ मेरे वतन के लोगों जैसे देशभक्ति और सदाबहार गीतों के जरिए अपनी सुरीली आवाज से हमारे हृदय और देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का निधन हो गया है। उनके निधन की खबर सुन आँखों से आँसू रुकने का नाम नहीं ले रहे ।
लता जी सदैव हमारे हृदय में अमर रहेंगी। आज भी जब लता जी के देशभक्ति गीतों को सुनता हूं तो मेरी आँखों में आँसू झलक आते हैं। योगेश्वर श्रीकृष्ण जी से प्रार्थना है कि वो लता जी को अपने श्री चरणों में स्थान देवें और उनके परिवार व समस्त भारतवर्ष को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे ।
‘भारत रत्न’ से सम्मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है ।
जनवरी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में वह न्यूमोनिया से पीड़ित हो गईं। हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनकी हालत में सुधार के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट भी हट गया था। लेकिन 5 फरवरी को उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। आखिरकार, 6 फरवरी को ‘स्वर कोकिला’ ने आखिरी सांस ली ।