दुर्गा माता के मंदिर में महिलाएं मना रहीं थीं क्रिसमस ! रोकने पर महिलाओं ने की बदसलूकी !
Prev 1 of 0 Nextश्री मातृशक्ति पीठ मंदिर, अचल ताल अलीगढ़ में महिलाएं मना रहीं थीं क्रिसमस, सनातन प्रतिभा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक सक्सैना के रोकने पर महिलाओं ने की बदसलूकी !
आयोजक महिलाओं ने राजनीतिक पॉवर के दम पर झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने की दी धमकी !
उत्तर प्रदेश : अलीगढ़
26 दिसम्बर 2022 : भारत एक ऐसा देश है जहां जिन आक्रमणकारी अंग्रेजों ने 200 साल तक देश को गुलाम बनाये रखा, भारत की संपत्ति लूटकर ले गये, अत्याचार किये, बहन-बेटियों की इज्जत लूटी, जिनसे भारत आज़ाद कराने में न जाने कितने देशवासियों ने अपने प्राणों को आहुति दे दी, उसकी कद्र किये बिना आज भी उन अंग्रेजो के बनाये त्यौहार क्रिसमस को मनाया जा रहा है । दुनिया में कई देशों में क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया है, उन देशों ने कारण बताया है कि हमारे देश की संस्कृति के विरुद्ध है, भारत की भी संस्कृति नष्ट करने के लिए ईसाई मिशनरियां अरबों खरबों रुपए लगा रही है फिर भी सनातनी उनका त्यौहार क्यूँ मना रहे हैं ? ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला अलीगढ़ से सामने आया है जहॉं बीस से तीस महिलाओं का एक समुह तुलसी पूजन दिवस के आड़ में मंदिर में क्रिसमस मनाती पकड़ी गई और जब उन्हें एक हिन्दूवादी नेता रोकने पहुंचे तो आयोजक महिलाओं ने राजनीतिक पॉवर के दम पर उन्हें झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे ड़ाली । मामला अलीगढ़ के अचल ताल रोड़ स्थित श्री मातृशक्ति पीठ मंदिर का है जहां महिलाओं का एक समुह तुलसी पूजन दिवस के आड़ में क्रिसमस मना रहा था । जब इसकी जानकारी वहाँ से अपने घर की ओर जा रहे सनातन प्रतिभा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णभक्त अभिषेक सक्सैना को हुई तो उन्होंने बड़ी सभ्यता से मंदिर के पंडित जी और महिलाओं से पूरा मामला जानने का प्रयास किया तो उन महिलाओं ने दबंगई दिखाते हुए उन्हीं को धमकाना प्रारंभ कर दिया । जब अभिषेक सक्सैना ने इस बात की सूचना अचल ताल पुलिस चौकी में दी तब पुलिस प्रशासन ने आकर उन महिलाओं को फटकार लगाई और वहाँ से भगा दिया । अपनी आपबीती बताते हुए अभिषेक सक्सैना ने यह भी कहा कि देशवासियों को सावधान होना होगा, दारू पीने वाली, गौ-मास खाने वाले, पराई स्त्रियों के साथ डांस और अवैध शारीरिक संबंध बनाने वाले पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण करके उनका त्यौहार क्रिसमस न मनाकर उस दिन तुलसी पूजन करना चाहिए और सभी सनातनियों को अपने बच्चों जोकर ना बनाकर भगवान के स्वरूप में सजाना चाहिए एवं उनके आदर्शों का पालन करना चाहिए ।