महाराजगंज में फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही कराने की कि गई मांग
उत्तर प्रदेश : महाराजगंज
03 मार्च 2022 : मीडिया एवं पत्रकार को देश का चौथा स्तंभ कहा जाता हैं यह चौथा स्तंभ जनता के बीच जाकर उनको सुनता और उनकी आवाज को शासन एवं प्रशासन तक पहुंचाता है, सच्चाई दिखाता है, और एक सच्चा, ईमानदार पत्रकार कहलाता है।
महाराजगंज मे अनेक फर्जी पत्रकार मीडिया व पत्रकारिता को महाराजगंज में बदनाम कर रहे है आपको बताते चलें की महाराजगंज मे फर्जी पत्रकारों की भरमार है जो देश के इस चौथा स्तंभ को बदनाम करने में लगे हुए हैं।
यह फर्जी पत्रकार जगह – जगह जाकर, डरा – धमका कर पैसे लेने का भी काम करते है, फर्जी पत्रकारों को यह भी नहीं पता है कि पत्रकार किसे कहा जाता है ? पत्रकारिता का असली महत्व क्या होता है ? इन फर्जी पत्रकारों ने गले मे प्रेस का कार्ड पहन मोबाइल उठाया गाड़ी पर प्रेस व पत्रकार लिखवाया और बन गए पत्रकार इन फर्जी पत्रकारों के पास कोई अथॉरिटी लेटर नहीं होता है और न ही कोई आदेश ऐसे फर्जी पत्रकार महाराजगंज में बहुत मिल जाएंगे।
फर्जी पत्रकार ग्रुप बनाकर चलते हैं महाराजगंज मे ऐसे दर्जनों नहीं सैकड़ों फर्जी पत्रकार घूमते नजर आते हैं, जिनकी मीडिया व अखबार टीवी चैनल से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है, इसके बावजूद भी यह फर्जी पत्रकार हर जगह नजर आ रहे हैं। यह फर्जी पत्रकार बैग में आई डी ऐसे भरकर चल रहे हैं मानो जैसे आलू सब्जी बेच रहे हो यही वो लोग है जो महाराजगंज की मीडिया को बदनाम कर रहे हैं जिनसे अपना नाम तक सही से लिखना नहीं आता है यह लोग जो समोसे, चाय, सब्जी, दुकान, होटल, रिक्शा, पान की दुकान आदि चलाया करते थे आज पत्रकार बनकर घूम रहे हैं आखिरकार महाराजगंज जिला प्रशासन इन पर कार्रवाई क्यों नहीं करता, जिला प्रशासन को चाहिए कि इन फर्जी पत्रकारों की जांच कर इन पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करें जिससे महाराजगंज के वरिष्ठ पत्रकार व मीडिया बदनाम होने से बचे!
उत्तर प्रदेश स्टेट न्यूज़ हैड कृष्ण कुमार गुप्ता की रिपोर्ट