DM की मौजूदगी में ससम्मान हुआ शहीद का अंतिम संस्कार
भावभीनी श्रद्धांजलि देने उमड़ा जनसैलाब
उत्तर प्रदेश : गोरखपुर
27 मार्च 2022 : जिले के नई बाजार में भारी तनाव के बीच सेना के जवान धनंजय के पार्थिव शरीर का शनिवार की सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया । धनंजय इकलौते पुत्र होने की वजह से उनके के चचेरे भाई सोनू यादव ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी । इटौवा घाट पर हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने मृत सैनिक धनंजय को नम आंखों से अंतिम विदाई दी । धनंजय सेना में शिक्षक हवलदार के पद पर कार्यरत रहे हैं । धनंजय माता-पिता के इकलौते कमाने वाले थे । परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी एक छोटी बहन आरती ही माता-पिता का अंतिम सहारा है । धनंजय आर्मी एजुकेशन कोर हेड क्वार्टर 112 माउंटेन बिग्रेड यूनिट 4/5 जीआर सिक्किम एचआरडीसी छातन में तैनात थे । मंगलवार को ड्यूटी के दौरान ही उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी । परिजन खुद वहां जाकर शव को शुक्रवार की शाम जीआरडी मुख्यालय गोरखपुर लाए व आरोप लगाया कि धनंजय को वो सम्मान नहीं मिला जो सेना के जवान को मिलना चाहिए ।
शुक्रवार की शाम को शहीद का पार्थिव शरीर गोरखपुर पहुंचने के बाद आक्रोशित भीड़ ने चौरी चौरा में ट्रेन रोकने के साथ भोपा बाजार में चक्काजाम, जमकर बवाल, आगजनी और पत्थरबाजी कर दी । इसमें पुलिस के एक दर्जन वाहनों को भी उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया । प्रशासन के साथ डीएम-एसपी समेत आलाधिकारियों के साथ पुलिस के जवानों ने भी भागकर जान बचाई । इसके बाद आई कई थानों की पुलिस और पीएसी के जवानों ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया गया ।
झंगहा थानाक्षेत्र के राघोपट्टी पड़री टोला फैलहा के रहने वाले रामनाथ यादव व फूलमती देवी के 30 वर्षीय पुत्र सेना के जवान धनंजय यादव का गोरखपुर के चौरी चौरा के नईबाजार इटऊवा घाट पर शनिवार की सुबह अंतिम संस्कार किया गया । मृतक के परिजनों की मांग है कि धनंजय को शहीद का दर्जा देते हुए सैनिक सम्मान मिले । उसकी छोटी बहन आरती को सरकारी नौकरी दी जाए । नई बाजार-फैलहा सड़क का नाम धनंजय के नाम पर हो। 50 लाख रुपए की सहायता राज्य सरकार दे । धनंजय के रेजीमेंट के सीओ के खिलाफ जांच कर कानूनी कार्यवाही की जाए । घटना की न्यायिक या सीबीआई से जांच कराई जाए । मां फूलमती और पिता रामनाथ यादव को भरण-पोषण के लिए आर्थिक सहायता दी जाए जाय ।
एक्स आर्मी द्धारा मृत सैनिक को सहायता राशि भेट किया गया, दाह संस्कार के बाद धनंजय के माता पिता को सिक्किम से आये हुए एक्स ऑर्मी टीम ने नई बाजार पुलिस चौकी पर एडीएम वित्त व उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्र की मौजूदगी में 1 लाख 30 हजार रुपये नगद सहायता राशी भेट किया ।
धनंजय सेना में शिक्षक हवलदार के पद पर कार्यरत रहे हैं । धनंजय माता-पिता के इकलौते कमाने वाले थे। परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी एक छोटी बहन आरती ही माता-पिता का अंतिम सहारा है । धनंजय आर्मी एजुकेशन कोर हेड क्वार्टर 112 माउंटेन बिग्रेड यूनिट 4/5 जीआर सिक्किम एचआरडीसी छातन में तैनात थे । मंगलवार को ड्यूटी के दौरान ही उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई थी । परिजनों को सेना की ओर से उनके सुसाइड करने की बात बताई गई। परिजनों ने वहां जाकर शव को शुक्रवार की शाम जीआरडी मुख्यालय गोरखपुर लाए । आरोप है कि धनंजय को वो सम्मान नहीं मिला जो सेना के जवान को मिलना चाहिए । मृत सैनिक धनंजय के पिता रामनाथ यादव ने घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान दुःखी मन से कहा कि कल की घटना को आप लोगों ने देखा । वे मांग करते हुए थक गए हैं, लड़का चला गया, एक लड़की आरती है । उसकी शादी में मदद हो । इसके अलावा उसको सरकारी नौकरी मिल जाए । राज्य सरकार की ओर से सम्मान निधि दी जाए । शासन उनके साथ है, तो शहीद का दर्जा बेटे को दिया जाए । शासन और प्रशासन पर उम्मीद है कि वे उनके पक्ष में कोई निर्णय लेंगे ।
गोरखपुर के एसपी सिटी सोनम कुमार ने कहा कि आठ वर्षों तक उन्होंने आर्मी में सेवा दी है । डीएम और वे खुद यहां पर हैं । सेना के अधिकारी और जवान भी यहां पर रहे हैं । उन्होंने कहा कि जो परिजनों की मांग है नियमानुसार जो भी सैनिक के साथ दुर्घटना या घटना होती है, उसके अलग-अलग प्रोविजन भी होती है । सेना के अधिकारी भी आए हैं.जो भी नियमानुसार मदद होगी, वो की जाएगी । कल जो घटना हुई है, उपद्रवियों की ड्रोन से पहचान कर उनके उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी ।
स्टेट न्यूज़ हैड उत्तर प्रदेश कृष्ण कुमार गुप्ता की रिपोर्ट