बलिया के गिरफ्तार पत्रकारों को बिना शर्त रिहा करने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन ! बलिया कांड को लेकर ओबरा में भी लामबंद हुए कलम के सिपाही !
बलिया के गिरफ्तार पत्रकारों को बिना शर्त रिहा करने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन !
बलिया कांड को लेकर ओबरा में भी लामबंद हुए कलम के सिपाही !
उत्तर प्रदेश : सोनभद्र (ओबरा)
06 अप्रैल 2022 : बलिया में पेपर लीक मामले में पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की घटना से सोनभद्र जनपद के ओबरा में भी पत्रकारों में भी काफी आक्रोश है । पत्रकारों की रिहाई और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर जिले के पत्रकार लामबंद हैं । ओबरा स्थित तहसील पर पत्रकारों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया । पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक उप जिलाधिकारी को सौंपकर पत्रकारों की जल्द रिहाई और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की । इस दौरान पत्रकारों ने बलिया प्रशासन के विरोध में जमकर नारे लगाए । पत्रकार संगठन की ओर से मुख्यमंत्री के नाम सात सूत्रीय पत्रक उप जिलाधिकारी जैनेन्द्र सिंह को सौंपा गया । जिसमें मांग की गई कि बलिया के निर्दोष पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता को तत्काल रिहा किया जाए और उन पर दर्ज मुकदमा तत्काल वापस लिया जाए । साथ ही दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही हो । पत्रकारों ने कहा कि पेपर आउट मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि आगे कोई भी युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने की हिम्मत न जुटा सके । पत्रकारों की सुरक्षा के लिए अविलंब जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाए । इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार सतीश भाटिया व भोला दूबे ने कहा कि सच उजागर करने पर बलिया में पत्रकारों को जेल में बंद किया जाना अत्यंत निंदनीय है । वरिष्ठ पत्रकार संजय यादव व प्रेम राय ने कहा कि पत्रकारों को तत्काल रिहा करने के साथ दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए । वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंह व राकेश अग्रहरि ने कहा कि पत्रकारों को घुटने पर लाने की बलिया प्रशासन की मंशा किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होगी । वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन शुक्ला व अभिषेक पांडेय ने पत्रकारों पर कार्यवाही को अनुचित ठहराया और तत्काल उनकी रिहाई की मांग की। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ जिलाध्यक्ष महेश पांडेय व हरिओम विश्वकर्मा ने कहा कि सोनभद्र जिले के पत्रकार बलिया के पत्रकारों के न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे । पत्रकार डरने व डिगने वाले नहीं है । अपनी नाकामी छुपाने के लिए बलिया प्रशासन ने बेकसूर पत्रकारों को निशाना बनाया है । पत्रकारों को जेल भेजना लोकतंत्र की भावना से खिलवाड़ है । इस तरह की कार्यवाही को पत्रकार बर्दाश्त नहीं करेंगे । बलिया जिला प्रशासन द्धारा साजिश के तहत व्हाट्सएप पर प्रश्नपत्र मंगवाकर मुकदमा कायम करना सरासर गलत है । इस मौके पर पत्रकार अरविंद कुशवाहा, नीरज भाटिया, मुस्ताक अहमद, वीरू गोयल, राजू चौधरी आदि मौजूद रहे ।
जिला ब्यूरो चीफ सोनभद्र अश्विनी कुमार ठाकुर की रिपोर्ट