खेतों में पराली जलाने से वातावरण हो रहा अशुद्ध ! शासन – प्रशासन मौन !
उत्तर प्रदेश : महाराजगंज
16 अप्रैल 2022 : नौतनवा तहसील क्षेत्र के पुरंदरपुर थाना अंतर्गत मोहनापुर, धुसवा कला, हरैया रघुवीर, काशीराम महादेवा, बसंतपुर, भगवानपुर, कोट कम्हरिया, समरधीरा, करमाहवा बुजुर्ग व करमाहवा खुर्द समेत दर्जनों ग्राम पंचायतों के मार्ग पर बसे टोलों के किनारे लोग शाम होते ही पैरा – पराली को खेतों में ही जला रहे हैं । इससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है और आम लोगों को सांस लेने में भी भारी कठिनाई हो रही है । लेकिन शासन – प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है । वैसे तो प्रदेश सरकार भी पैरा-पराली खेतों में जलाने को लेकर सतर्क है । इसके बावजूद क्षेत्र में पैरा-पराली जलाने का क्रम लगातार जारी है । क्षेत्र के मोहनापुर, धुसवा कला, हरैया रघुवीर, काशीराम महादेवा, बसंतपुर, भगवानपुर, कोट कम्हरिया, समरधीरा, करमाहवा बुजुर्ग व करमाहवा खुर्द सहित अन्य स्थानों पर लोग रात में पराली को खेतों में ही जला दे रहे है। दिन में तो मशीन द्धारा गेंहू की कटाई की जा चुकी हैं । जैसे ही शाम होती है कि जो गेंहू के अवशेष खेतों में बचा रहता है । उसे जला दिया जाता है । SDM राम सजीवन मौर्या का कहना है कि खेत में पराली जलाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है । जो लोग इसका उल्लंघन करेंगे । उनके ख़िलाफ़ कार्यवाई की जा सकती हैं ।
मण्डल ब्यूरो चीफ गोरखपुर धीरेन्द्र प्रकाश द्धिवेदी की रिपोर्ट