गांवों की सभ्यता और संस्कृति हम सभी को बखूबी समझने की है जरूरत !
उत्तर प्रदेश : सोनभद्र (ओबरा)
28 मई 2022 : आदिवासियों को सिखाने की नहीं बल्कि उनसे सीखने की अत्यंत जरूरत है । हमने अपने स्वार्थ की पूर्ति में प्राकृतिक संसाधनों का लगातार अनियंत्रित दोहन किया है, जिसके चलते इंसान खुद खतरे में है ।
उक्त बातें स्व. बालेश्वर लाल की 35वीं पुण्य तिथि पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने के सी सी संस्थान पर “शहरी व ग्रामीण पत्रकारिता : कल, आज और कल” विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्षा प्रानमती देवी, विशिष्ट अतिथि सामाजिक चिंतक नरेन्द्र नीरव ने खुलकर कही । इसके पूर्व केसीसी संस्थान पर माँ सरस्वती की प्रतिमा व स्व.बालेश्वर लाल के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथिओं ने शुभारंभ किया ।
वक्ताओं ने कहा कि प्रत्येक शहर में कोई न कोई गांव भी बसता है । हमें गांवों की सभ्यता, संस्कृति को बखूबी समझने की जरूरत है । भले ही शहरों में अखबार छपते हों पर ग्रामीण अंचल की संवेदनात्मक खबरें ही उन्हें जीवन्तता प्रदान करती हैं । शहरों में प्राकृतिक संसाधनों का लगातार अनियंत्रित दोहन हो रहा है, जबकि ग्रामीण अंचलों में प्रकृति प्रेम जग जाहिर है । आगे कहा कि संसाधनों के अभाव के बाद भी ग्रामीण अंचल की पत्रकारिता स्तुत्य है । पूर्व में पत्रकारिता अत्यंत दुरूह कार्य था, जबकि खबरों का असर आज से अधिक था । नित नए संसाधनों में वृद्धि हुई है तो पत्रकारों के ऊपर और अधिक दायित्व बढ़ गया है । पत्रकारिता मिशन के बजाए बाजार की ओर उन्मुख हुई है । लोक कल्याण की भावना से खबरों की प्रस्तुति ही सभी माध्यमों से की जानी चाहिए । ग्रापाए ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि को सम्मानित किया । मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने के सी सी के डायरेक्टर अमन दीप सिंह, विवेक पांडेय, एसपी तनेजा, राजेश पाठक, अजय सुद, रामप्यारे सिंह, मनोज तिवारी, एबी सिंह, जगदीश तिवारी, अजय भाटिया, जसकीर्ति तनेजा, राजवंश चौबे, नीरज पाठक, योगेंद्र, ईश्वरी, शशांक त्रिपाठी आदि को अंगवस्त्रम और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया । स्वागत, आभार और अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुधाकर मिश्र, संचालन आचार्य प्रमोद चौबे ने किया । इस मौके पर सुमन तिवारी, विश्वनाथ पांडेय, सुनील कुमार गुप्त समेत कई अन्य मौजूद रहे । राष्ट्रगान से कार्यक्रम पूर्ण हो गया ।
नगर ब्यूरो चीफ ओबरा राजू जायसवाल की रिपोर्ट