अलीगढ़ BSA कार्यालय मेहरबान है एक संगीतप्रेमी महिला सहायक अध्यापिका के ऊपर ! बिना शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र के बना दिया सरकारी नौकर, बचाता रहा है BSA कार्यालय सहायक अध्यापिका भावना माथुर को विभागीय कार्यवाही से !
अलीगढ़ BSA कार्यालय मेहरबान है एक संगीतप्रेमी महिला सहायक अध्यापिका के ऊपर !
बिना शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र के बना दिया सरकारी नौकर, बचाता रहा है BSA कार्यालय सहायक अध्यापिका भावना माथुर को विभागीय कार्यवाही से !
उत्तर प्रदेश : अलीगढ़
17 जून 2022 : भावना माथुर की कारगुजारियों को हम अपने पाठकों के लिए ला रहे है, बिलकुल फ़िल्मी कहानी का सा सफर लगेगा पाठको को, भावना माथुर के बारे में और उस पर मेहरबान रहे शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नाम भी सामने लाये जायेगे, आपको विस्तार से बताएं जायेंगे, परन्तु पहले आप इस सहायक अध्यापिका की पृष्ठभूमि की कहानी भी जान लीजिये ।
सहायक अध्यापिका भावना माथुर का विवाह वर्ष 1989 में मथुरा निवासी विजय कुमार माथुर से हुआ था, भावना माथुर मदिरापान की अभ्यस्त महिला थी, जैसा की कोर्ट में बहलफ दिए गए बयान, फोटोग्राफ, दावों के प्रतिउत्तर जो भावना माथुर के पति विजय कुमार माथुर ने प्रस्तुत किये से साबित किया गया ।
परन्तु भावना माथुर की शादी उनकी ‘उच्छंदता पसंद, स्वच्छंदता’ बिना पारिवारिक अनुशासन के रहने की भेट चढ़ गई और दिनांक – 20.02.1990 को पति विजय माथुर, मथुरा के घर से मय कीमती जेवरात, नकदी, कपड़े समेट कर, अपनी अबोध नवजात पुत्री को लेकर अलीगढ़ भाग आई, भावना माथुर के पति विजय माथुर ने अपना घर उजड़ने से बचाने के लिए अनेका-नेक प्रयास किये किन्तु भावना माथुर वापिस मथुरा घर जाने के लिए तैयार नहीं थी, विजय कुमार माथुर के प्रयास भावना माथुर की हठधर्मी के आगे कारगर नहीं हुए ।
भावना माथुर ने अपने पति विजयकुमार माथुर, मथुरा ससुरालियों के विरुद्ध अनेक फर्जी और झूठे मुकदमे दर्ज करा दिए जिनकी कि एक लम्बी लिस्ट है जिसमे भावना माथुर के ससुरालियों को जिला कारागार अलीगढ़ में भी बन्द रहना पड़ा ।
भावना माथुर एक ‘स्वच्छंदता, उच्छंदता पसंद’ बिना पारिवारिक अनुशासन के रहने तथा नियंत्रणहीन रहने की आदी थी और यहीं वजह उनके और उनके ससुरालियों के मध्य विवाद का कारण बना और भावना माथुर ने ढेर सारे फर्जी मुकदमे अपने रिश्तेदारों के सहयोग से जो की पुलिस विभाग में उच्चपद पर आसीन थे के सहयोग से अपने ससुरालियों के विरुद्ध पंजीकृत करा दिए ।
सहायक अध्यापिका जब अपने पति विजय कुमार माथुर, मथुरा के घर से भागकर अलीगढ़ शरण लेने आई तब उनके सभी मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र, हाई स्कूल, इण्टर, B.A., M.A., बी.एड इत्यादि मथुरा में ही उनकी ससुराल में, उनके पति विजय कुमार माथुर के कब्जे में रह गए, जैसा की सहायक अध्यापिका भावना माथुर ने बार – बार विभिन्न न्यायालयों में अपने बयान, दावा, इस्तगासा, पुलिस विभाग को प्रेषित किये गए प्राथना पत्रों में कहा है ।
सहायक अध्यापिका भावना माथुर ने येन – केन प्रकरण फर्जी तरीके से बिना मूल शैक्षिक प्रमाण पत्रों के विशिष्ट BTC प्रशिक्षण, डायट हाथरस में बिना अपने मूल शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराये प्राप्त किया और शिक्षा विभाग को गुमराह करके किसी तरह बिना असल प्रमाण पत्रों के नौकरी हासिल कर ली ।
सहायक अध्यापिका भावना माथुर ने अपने विशिष्ट BTC प्रशिक्षण के मध्य ही उ. प्र. माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय, मेरठ तथा आगरा विश्वविद्यालय आगरा से अपने समस्त शैक्षिणिक अंक – पत्रों तथा प्रमाण – पत्रों की द्वितीय प्रतिया प्राप्त की, जैसा कि उ. प्र. माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय, मेरठ का रिकॉर्ड कहता हैं, याद रखे यह वही समय था जब भावना माथुर विशिष्ट BTC प्रशिक्षण, हाथरस डायट में ले रही थी, उसी मध्य उन्होंने अपनी ट्रेनिंग के दौरान माध्यमिक शिक्षा परिषद, मेरठ से अपने शैक्षिक प्रमाण पत्रों की द्वितीय प्रति प्राप्त कर डायट हाथरस में जमा कराई, इसी कारगुजारी खेल के दम पर भावना माथुर ने शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी प्राप्त कर ली ।
सहायक अध्यापिका भावना माथुर की सभी कारगुजारियों की भनक BSA कार्यालय और हाथरस डायट के कर्मचारियों को हैं, इस सम्बन्ध में अनेक शिकायतें भी शिक्षा विभाग को प्राप्त हुई है, लेकिन शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी में इतना दम नहीं हैं कि वह भावना माथुर के कारनामों की जांच करा सके ।
सूत्र बताते हैं कि सहायक अध्यापिका भावना माथुर को खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय, धनीपुर आलोक श्रीवास्तव का भी वरदहस्त प्राप्त हैं, खण्ड शिक्षा अधिकारी आलोक श्रीवास्तव, भावना माथुर सहायक अध्यापक से इतना प्रभावित है कि उनकी कलम जाँच के लिए उठ नहीं पाती है ।
आलोक श्रीवास्तव, खण्ड शिक्षा अधिकारी किसी भी शिकायत पर भावना माथुर के विरुद्ध कार्यवाही नहीं करते ।
सूत्र और पुलिस आख्या के मुताबिक सहायक अध्यापिका भावना माथुर ने अपने पति विजय कुमार माथुर से पैसा ऐंठने, धमकाने, झूठे मुकदमो में फसा कर मात्र धन ही चाहती थी, भावना माथुर केवल पैसा ऐठने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है, किसी का भी जीवन क़ानूनी आड़ लेकर बरबाद कर सकती है ।
सूत्र तो यहाँ तक बताते है कि सहायक अध्यापिका भावना माथुर मदिरा प्रेमी और संगीत की प्रेमी हैं, पहले रात्रि जागरण और संगीत महफ़िलो की शान हुआ करती थी अनेक संगीत प्रेमी उन्हें पिंकी कह कर पुकारा करते थे ।
“स्वर विद्रोह टाइम्स” टीम से प्रधानाचार्या, संस्कृत कन्या पाठशाला, अलीगढ़ ने यह खुलासा किया कि भावना माथुर ने अपने हाई स्कूल परीक्षा की अंकतालिका (Mark Sheet) और सनद प्रमाण पत्र की द्वितीय प्रति निकलवाने के लिए दिनांक – 29.04.99 को बोर्ड के लिए कार्यवाही संस्कृत कन्या पाठशाला, अलीगढ़ से कराई थी, जबकि यह वही अवधि थी, जब भावना माथुर बिना अपने मूल प्रमाण पत्रों के बिना डायट हाथरस में विशिष्ट BTC प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थी ।
“स्वर विद्रोह टाइम्स” सहायक अध्यापिका भावना माथुर के मूल शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराये जाने की मांग करता है और बिना मूल प्रमाण पत्रों के मात्र फोटोकॉपी के आधार पर प्राप्त प्रशिक्षण को शून्य घोषित कर, सहायक अध्यापिका भावना माथुर के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाये ।
“स्वर विद्रोह टाइम्स” टीम ने आखिर अलीगढ़ BSA कार्यालय में चल रही कानून को ताक पर रख कर गतिविधियों को पकड ही लिया ।
बने रहे “स्वर विद्रोह टाइम्स” के साथ, अभी इस महिला सहायक अध्यापिका के और भी कारगुजारियों की खोज जारी है, इसकी कारगुजारियाँ अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, मेरठ तक फैली है ।