दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में नहीं है इतना दम कि वह भाजपा महिला नेता से वसूल सके बकाया बिजली का बिल !
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में नहीं है इतना दम कि वह भाजपा महिला नेता से वसूल सके बकाया बिजली का बिल !

उत्तर प्रदेश : सिकंदराराऊ (हाथरस)
19 जून 2022 : विधुत विभाग सिकंदराराऊ में निवासरत महिला भाजपा नेता से नहीं वसूल कर पा रहा अपना बिजली बकाया बिल ।
सूत्रों के अनुसार वन्दना सक्सैना जो कि अपने आप को भाजपा महिला मोर्चा सिकन्दराराऊ प्रभारी बताती हैं के उन पर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का काफी समय से बिजली का बिल रूपये 75264/- का बकाया चल रहा है, परन्तु बिजली विभाग अपना इस बकाया बिजली बिल इस महिला भाजपा नेता से वसूल नहीं कर पा रहा है ।
अगर जनता के किसी एक आम आदमी पर कोई मामूली शुल्क भी बकाया होता हैं तो बिजली विभाग उसका लाइट का कनेक्शन काट कर जिलाधिकारी को RC भेज कर तहसील के अमीनो से वसूली करा लेता है, बकाया बिल जमा करने में देरी होने के कारण झोपड़ी में रहने वाले निर्धन – गरीब, असहाय की रातो-रात बिजली काट दी जाती है, किन्तु राजनीतिज्ञ पृष्ठभूमि रखने वाले लोग बिल न जमा करते हुए भी मौज उड़ाते है !
सूत्र यह भी बताते हैं कि उक्त वन्दना सक्सैना सिकंदराराऊ तहसील में अपनी कारगुजारियों के लिए काफी कुख्यात हैं, इनके बारे में सिकंदराराऊ में एक उक्ति कही जाती हैं कि – “”ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको हमने ठगा नहीं”” सिकंदराराऊ कोतवाली से प्राप्त जांच आख्या के मुताबिक इस महिला वन्दना सक्सैना के विरुद्ध अनेक तरह की शिकायते पुलिस विभाग को प्राप्त होती रहती हैं ।
वन्दना सक्सैना के बारे में “स्वर विद्रोह टाइम्स” टीम ने जब खोजबीन शुरू की तो सूत्रों ने बताया कि वन्दना सक्सैना का अपनी माँ सन्तोष माथुर की सन्दिग्ध हत्या में भी हाथ रहा हैं, वन्दना सक्सैना ने अपनी माँ सन्तोष माथुर की मृत्यु दिनाँक 11.08.2019 के बाद सन्तोष माथुर के आर्यावर्त बैंक शाखा, आगरा रोड, अलीगढ़ से दिनाँक 16-08-2019 को रूपये बसाज बैंककर्मियों से मिलकर Rs 46500/- खाते से निकाल लिए, जिसमे पुलिस विवेचना की गई ।
वन्दना सक्सैना कानून से कतई बेखौफ महिला है तथा वह अपने निवास पर लगी आटा चक्की से आटा बिना FSSI रजिस्ट्रेशन, बिना GST पंजीकरण के व्यापार कर रही है, जिससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही है ।
“स्वर विद्रोह टाइम्स” का एक यक्ष प्रश्न कि क्या भाजपा महिला मोर्चा में होने से किसी भाजपा पदाधिकारी को कानून तोड़ने और सरकार को राजस्व हानि पहुंचाने का अधिकार मिल जाता है ?
अब देखना यह हैं कि बिजली विभाग अपनी बकाया राशि 75264/- को इस महिला नेता वन्दना सक्सैना से कैसे वसूल कर पाता है या यह रकम बिना वसुलयाबी करे बट्टे खाते में जानी है, इस बकाया राशि को वसूल करने का दायित्व अब किसका है यह तो ऊपर वाला जाने या दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारी !
बने रहे “स्वर विद्रोह टाइम्स” के साथ अगले अंक में वन्दना सक्सैना की नई कारगुजारियों को जानने के लिए ।