उत्तर प्रदेश : गोरखपुर
08 अगस्त 2022 : उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद को बड़ा झटका लगा है । CJM जगन्नाथ ने मंत्री को 10 अगस्त तक गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है । उनके खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है । बता दें कि कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद, जिस कसरवल कांड की वजह से नेता बने ।
अब उसी कांड की वजह से उनके जेल जाने की नौबत आ गई । 2015 में निषादों के आरक्षण देने की मांग के आंदोलन के दौरान उग्र होने पर मुकदमा हुआ था । उन पर भीड़ को भड़काने का आरोप है ।
हालांकि कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का कहना है कि उन्हें कोर्ट के आदेश की जानकारी नहीं है । अधिवक्ता से बात करके जानकारी ली जाएगी । कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा ।
घटना जून 2015 की है । सुबह से ही गोरखपुर – सहजनवां रेलवे लाइन पर कई लोग पहुंचने लगे । सरकारी नौकरियों में निषादों को 5% आरक्षण देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के बैनर तले ट्रेन चक्का जाम कर दिया ।
राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के संयोजक डॉ. संजय निषाद की अगुवाई में सभी जिलों से निषाद समुदाय के लोग आए थे । गोपनीय तरीके से हुई तैयारी की जानकारी रेलवे प्रशासन, पुलिस- प्रशासन को नहीं हो सकी थी ।
भीड़ देखकर अफसर घबरा गए । गोरखपुर और संतकबीरनगर की पुलिस और आरपीएफ ने आंदोलनकारियों को समझा – बुझाकर रेल ट्रैक खाली कराने का प्रयास किया तो बवाल हो गया ।
पुलिस पर पथराव के दौरान गोलियां चलीं । तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई । इस दौरान कई राउंड गोली भी चली । जिससे आंदोलन में शामिल 22 साल के एक युवक की मौत हो गई थी । पथराव में गोरखपुर के तत्कालीन DIG और संतकबीरनगर के SP सहित 30 से अधिक पुलिस कर्मचारी घायल हो गए थे ।
मामले में संजय निषाद सहित 36 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ । पुलिस ने एक-एक करके सभी को अरेस्ट किया । संजय निषाद ने कोर्ट में सरेंडर किया । करीब सात साल पूर्व यह पहला मौका था । गोरखपुर शहर से इलेक्ट्रो होम्योपैथी की प्रैक्टिस और उसे मान्यता दिलाने का संघर्ष दिलाने वाले संजय निषाद यूपी के विधानसभा चुनाव 2022 में महत्वपूर्ण बने ।
भारत सरकार से निषादों को अनुसूचित जाति का आरक्षण दिलाने की मांग करने वाली निषाद पार्टी को बेहद ही कम समय में उन्होंने चौथे नंबर का दर्जा दिला दिया । 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने निषाद पार्टी को गठबंधन के तहत 15 सीटें दीं ।
जिनमें 11 सीटों पर जीत मिली । 11 में कुल पांच सीटों पर निषाद पार्टी के नेता भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़े थे । जिनमें डॉ. संजय निषाद के छोटे बेटे सरवन निषाद भी शामिल हैं ।
स्टेट न्यूज़ हैड उत्तर प्रदेश कृष्ण कुमार गुप्ता की रिपोर्ट