DM ने ग्रामीण क्षेत्रों में कराए जा रहे ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के कार्यों की समीक्षा कर दिए निर्देश !
DM ने ग्रामीण क्षेत्रों में कराए जा रहे ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के कार्यों की समीक्षा कर दिए निर्देश !
Prev 1 of 0 Nextउत्तर प्रदेश : शाहजहाँपुर
21 दिसम्बर 2022 : ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन से ग्रामीण क्षेत्रों में होगा व्यापक सकारात्मक परिवर्तन ।
सभी कार्यों की जियो टैगिंग कराए जाने हेतु भी किया निर्देशित ।
नोडल अधिकारियों को नियमित पर्यवेक्षण हेतु किया निर्देशित ।
DM श्री उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कराए जा रहे ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई । स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज – 2 के अन्तर्गत शासन द्वारा जनपद में चयनित 23 ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के कार्य कराते हुये ग्राम पंचायतों को मॉडल ग्राम बनाया जाना है । इन सभी ग्राम पंचायतों में आर.आर.सी., सोकपिट, लिचपिट, फिल्टर चेम्बर, यू- टाईप नाली, सिल्ट केचर, वर्मी कम्पोस्टिंग, नाडेप इत्यादि कार्यों का निर्माण कार्य ग्राम पंचायतों में किया जाना प्रस्तावित है ।
बैठक के दौरान DM ने कड़े निर्देश दिए कि समस्त चयनित कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराया जाए । गावों में उक्त कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा । मिशन के अंतर्गत ग्राम प्रधानों को अपनी ग्राम पंचायतों को मॉडल ग्राम बनाये जाने हेतु स्वर्णिम अवसर प्राप्त हुआ है । उन्होंने कहा कि ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु उपयोगी कार्यों का ही चयन किया जाए तथा इनके संचालन हेतु समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए । DM ने कहा कि ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का सीधा संबंध लोगो के स्वास्थ्य से होता है, इसलिए स्वच्छता एवं जागरूकता द्वारा लोगो के बेहतर स्वास्थ्य में भी मिशन के दूरगामी परिणाम मिलेंगे । DM ने तैनात किए गए 17 कासलटेंट द्वारा किए गए कार्यों की भी एक एक करके समीक्षा की ।
DM ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के अंतर्गत गावों में कराए गए कार्यों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से देखा एवं सुधार हेतु आवश्यक निर्देश भी दिए । भावलखेड़ा विकास खंड के ग्राम सेहरामऊ दक्षिणी में बनवायी गयी नाली की गुणवत्ता में सुधार हेतु निर्देश दिए । ददरौल विकास खंड के पिपरौला, भावलखेड़ा विकास खंड के बल्लिया एवं सेहरामऊ दक्षिणी में बनाए गए नाडेप में सुधार हेतु भी जिलाधिकारी ने निर्देशित किया । इसके अतिरिक्त अन्य ग्रामों में कराए गए कार्यों को और अधिक उपयोगी बनाए जाने हेतु भी निर्देश जिलाधिकारी ने दिए। ग्राम पंचायत स्तर पर प्लास्टिक संकलित कराने हेतु खरीदे गए प्लास्टिक बैंक से संबंधित पत्रावली की जांच हेतु भी जिलाधिकारी ने निर्देश दिए । उन्होंने कराए जा रहे सभी कार्यों की जियो टैगिंग कराए जाने हेतु भी निर्देशित किया ।
DM ने तैनात किए गए सभी कांसल्टेंट को प्रेरित करते हुए कहा कि पूर्ण मनोयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की दिशा में शासन की मंशा के अनुसार कार्य करते हुए बेहतर प्रदर्शन करें, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की स्वच्छता की दिशा में सकारात्मक परिवर्तन हो सके । उन्होंने सभी एडीओ पंचायत एवं पंचायत सचिवों को भी पूरी गुणवत्ता के साथ कार्य कराए जाने हेतु निर्देश दिए । नोडल अधिकारियों को भी नियमित पर्यवेक्षण हेतु जिलाधिकारी ने निर्देशित किया ।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री श्याम बहादुर सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री घनश्याम सागर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।
जिला सहायक ब्यूरो चीफ शाहजहांपुर पंकज सिंह की रिपोर्ट